हिसार/सिवानी. कम ऊंचाई पर उड़ते एक विमान ने गुरुवार को हिसार से लेकर हनुमानगढ़ तक के लोगों की सांसें फुला दीं। यह डगमगाते हुए धीमी गति से उड़ रहा था। ग्रामीणों को लगा कि विमान आगे जाकर किसी गांव में गिर गया होगा। फिर क्या था, फोन घनघनाने लगे। जिसे पता लगा, वह कामकाज छोड़कर उसकी तलाश में निकल पड़ा। चाहे वह गांव का आम आदमी हो, पुलिस वाला हो, अधिकारी हो या फिर खबरनवीस।
सुबह सवा दस से लेकर दोपहर एक बजे तक विमान के गिरने की सूचना आगे से आगे फैलती रही। हिसार के बगला से सिवानी, फिर राजस्थान की तहसील राजगढ़ और जिला हनुमानगढ़ तक फैल गई। क्षतिग्रस्त विमान की तलाश में लोग एक गांव से दूसरे गांव पहुंचते गए। सिवानी के कई लोग राजस्थान में सिद्धमुख और गोगामेड़ी तक पहुंच गए। कई लोगों ने उसे कम ऊंचाई पर उड़ते देखा।
सबसे पहले गांव बगला में विमान को देखा गया। 45 वर्षीय किसान वीरेंद्र ने हैरानी जताते हुए बताया ‘मैंने इससे पहले कभी इतने नीचे जहाज उड़ते नहीं देखा। वह डगमगा रहा था। सलेटी रंग का था। लड़ाकू जहाज नहीं था मगर छोटा था। मैंने ही नहीं, मेरे भाई करतार ने भी उसे देखा था। ऐसा लग रहा था, जैसे आगे किसी गांव में उतर जाएगा’। वीरेंद्र ने आदमपुर के मीडिया कर्मियों को इसकी जानकारी दी। कुछ देर बाद सिवानी से खबर आई कि एक विमान उनके इलाके में भी बहुत कम ऊंचाई पर उड़ रहा है। जमीन से बमुश्किल 100 फुट पर होगा। यह घरों और मोबाइल टावरों के ऊपर से गुजरा तो लोगों की सांसें अटकनी शुरू हो गई।
सिवानी के वार्ड 6 में रहने वाली गृहिणी शकुंतला कौशिक बताती हैं ‘मैं छत पर कपड़े सूखा रही थी। वो जहाज काफी नीचे उड़ते हुए मेरी तरफ ही आ रहा था तो मैं घबरा गई। घर के पास मोबाइल का टावर है। मुझे लगा कि यह उससे टकरा जाएगा’।
वार्ड 4 की संतोष देवी ने भी उस विमान को देखा था। उनका कहना है कि विमान काफी धीरे और कम ऊंचाई पर उड़ रहा था। ऐसा लगा कि सामने वाले घर से टकरा जाएगा। मगर वो आगे निकल गया। कुछ ऐसा ही सिवानी के भागीरथ जांगड़ा और रोहताश श्योराण ने बताया।
इसी दौरान सिवानी में खबर फैल गई कि वह विमान सिवानी के लाइन पार इलाके में गिर गया है। विमान हादसे की बात प्रशासन के पास पहुंची तो सिवानी के एसडीएम मांगेराम ढुल, नगर पालिका के कार्यकारी सचिव जगदीश भांभू, सब इंस्पेक्टर दलबीर सिंह अपने साथ चिकित्सकों की टीम लेकर मदद के लिए निकल पड़े। वह लाइन पार पहुंचे तो खबर मिली कि गुरेरा पास के खेतों में गिरा है।
वहां भी कोई जहाज नहीं मिला। फिर किकराल पहुंचे। इस तरह विमान की तलाश में अधिकारियों का दल राजस्थान के हनुमानगढ़ के शहर सिद्धमुख और गोगामेड़ी तक पहुंच गया। दोपहर करीब एक बजे सूचना आई कि यह सिरसा एयरफोर्स स्टेशन का विमान है, जिसकी प्रेक्टिस की जा रही है। सिरसा संवाददाता ने जब एयरफोर्स संपर्क साधा तो उन्होंने कहा कि उनके विमान उड़ते रहते हैं लेकिन ऐसा कोई विमान उनका नहीं है। देर शाम तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया था कि विमान कहां से आया था और कहां गया।
source:-bhaskar.com
सुबह सवा दस से लेकर दोपहर एक बजे तक विमान के गिरने की सूचना आगे से आगे फैलती रही। हिसार के बगला से सिवानी, फिर राजस्थान की तहसील राजगढ़ और जिला हनुमानगढ़ तक फैल गई। क्षतिग्रस्त विमान की तलाश में लोग एक गांव से दूसरे गांव पहुंचते गए। सिवानी के कई लोग राजस्थान में सिद्धमुख और गोगामेड़ी तक पहुंच गए। कई लोगों ने उसे कम ऊंचाई पर उड़ते देखा।
सबसे पहले गांव बगला में विमान को देखा गया। 45 वर्षीय किसान वीरेंद्र ने हैरानी जताते हुए बताया ‘मैंने इससे पहले कभी इतने नीचे जहाज उड़ते नहीं देखा। वह डगमगा रहा था। सलेटी रंग का था। लड़ाकू जहाज नहीं था मगर छोटा था। मैंने ही नहीं, मेरे भाई करतार ने भी उसे देखा था। ऐसा लग रहा था, जैसे आगे किसी गांव में उतर जाएगा’। वीरेंद्र ने आदमपुर के मीडिया कर्मियों को इसकी जानकारी दी। कुछ देर बाद सिवानी से खबर आई कि एक विमान उनके इलाके में भी बहुत कम ऊंचाई पर उड़ रहा है। जमीन से बमुश्किल 100 फुट पर होगा। यह घरों और मोबाइल टावरों के ऊपर से गुजरा तो लोगों की सांसें अटकनी शुरू हो गई।
सिवानी के वार्ड 6 में रहने वाली गृहिणी शकुंतला कौशिक बताती हैं ‘मैं छत पर कपड़े सूखा रही थी। वो जहाज काफी नीचे उड़ते हुए मेरी तरफ ही आ रहा था तो मैं घबरा गई। घर के पास मोबाइल का टावर है। मुझे लगा कि यह उससे टकरा जाएगा’।
वार्ड 4 की संतोष देवी ने भी उस विमान को देखा था। उनका कहना है कि विमान काफी धीरे और कम ऊंचाई पर उड़ रहा था। ऐसा लगा कि सामने वाले घर से टकरा जाएगा। मगर वो आगे निकल गया। कुछ ऐसा ही सिवानी के भागीरथ जांगड़ा और रोहताश श्योराण ने बताया।
इसी दौरान सिवानी में खबर फैल गई कि वह विमान सिवानी के लाइन पार इलाके में गिर गया है। विमान हादसे की बात प्रशासन के पास पहुंची तो सिवानी के एसडीएम मांगेराम ढुल, नगर पालिका के कार्यकारी सचिव जगदीश भांभू, सब इंस्पेक्टर दलबीर सिंह अपने साथ चिकित्सकों की टीम लेकर मदद के लिए निकल पड़े। वह लाइन पार पहुंचे तो खबर मिली कि गुरेरा पास के खेतों में गिरा है।
वहां भी कोई जहाज नहीं मिला। फिर किकराल पहुंचे। इस तरह विमान की तलाश में अधिकारियों का दल राजस्थान के हनुमानगढ़ के शहर सिद्धमुख और गोगामेड़ी तक पहुंच गया। दोपहर करीब एक बजे सूचना आई कि यह सिरसा एयरफोर्स स्टेशन का विमान है, जिसकी प्रेक्टिस की जा रही है। सिरसा संवाददाता ने जब एयरफोर्स संपर्क साधा तो उन्होंने कहा कि उनके विमान उड़ते रहते हैं लेकिन ऐसा कोई विमान उनका नहीं है। देर शाम तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया था कि विमान कहां से आया था और कहां गया।
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