अम्बाला सिटी. अभ्यास के दौरान अम्बाला एयरफोर्स स्टेशन से उड़ान भरते ही इंडियन एयरफोर्स का लड़ाकू विमान मिग-21 (बाइसन) दुर्घटनाग्रस्त होकर अम्बाला-पटियाला सीमा (जीटी रोड) पर शंभू बैरियर के ठीक पास पटियाला में गांव राजगढ़ के खेतों में जा गिरा।
पायलट फ्लाइट लेफ्टिनेंट अरुनव घोष ने काकपिट से छलांग लगाकर पैराशूट के जरिए जान बचा ली। उन्हें कैंट के मिल्रिटी अस्पताल में दाखिल कराया गया है। दुर्घटना मंगलवार सुबह साढ़े दस बजे की है।
अम्बाला एयरफोर्स स्टेशन पर सुबह मिग-21 और जगुआर विमानों का संयुक्त अभ्यास चल रहा था। मिग-21 विमानों की स्क्वाड्रन नंबर तीन के पायलट फ्लाइट लेफ्टिनेंट अरुनव घोष ने मिग 21 (बाइसन) में उड़ान भरी।
थोड़ी ही देर में विमान उनके नियंत्रण से बाहर हो गया और राजगढ़ के खेतों में जा गिरा। एयरफोर्स स्टेशन से महज दो किलोमीटर दूरी पर जैसे ही विमान गिरा, तेज आवाज के साथ उसमें आग लग गई।
सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। इस वर्ष अब तक वायुसेना के चार विमान दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं, जिनमें तीन मिग-21 व एक जगुआर है। हादसों में दो पायलट की मौत भी हो चुकी है।
तारों में फंसा पायलट
दुर्घटना का अंदेशा होते ही पायलट घोष विमान को आबादी से दूर खेतों की तरफ ले गया। दुर्घटना से ठीक पहले वे विमान से बाहर कूद गए। जिस स्थान पर विमान गिरा, उससे आधा किलोमीटर दूर पायलट घोष बिजली के तारों में उलझ गए थे। ग्रामीणों की मदद से वे नीचे आए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
फ्लाइंग बंद, जांच शुरू
वहीं एयरफोर्स ने अम्बाला एयरबेस से अभ्यास के लिए विमानों की फ्लाइंग बंद कर दी। बता दें कि अम्बाला में इससे पहले भी लड़ाकू विमान आसपास क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं।
आखिरी बार यहां विमान दुर्घटना वर्ष 2006 में इसी क्षेत्र से कुछ दूरी पर गांव सद्दोपुर के पास हुई थी। एयरफोर्स अधिकारियों की टीम ने विमान के ब्लैक बाक्स को अपने कब्जे में लेकर जांच के आदेश दे दिए हैं।
source:-bhaskar.com
23:28
Hisar Haryana News

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