गुड़गांव. ‘अन्ना नहीं ये आंधी है/ देश का दूसरा गांधी है/।’ अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी जनलोकपाल मुहिम में जनता के अपार समर्थन को देखते हुए तो यह पंक्ति धीरे-धीरे सच साबित होने लगी है। छोटे बच्चे से लेकर बुजुर्गो तक हर कोई भ्रष्टाचार के विरोध में अन्ना के साथ खड़ा है।
बुधवार सुबह नौ बजे शहर के विभिन्न हिस्सों से हाथों में तिरंगा लिए जनसमूह अन्ना के पक्ष में नारे लगाते हुए मिनी सचिवालय की तरफ कूच किया। और इसके बाद मिनी सचिवालय पर कुछ इस तरह परवान चढ़ा अन्ना अभियान।
सुबह नौ बजे
सुबह नौ बजे मिनी सचिवालय के बाहर स्वाभिमान ट्रस्ट, भाजपा, विश्व हिंदू परिषद, जिला बार एसोसिएशन द्वारा धरना स्थल बनाया गया। टेंट में माइक की व्यवस्था कर बैनर लगाए गए। कुछ झुंड में खड़े लोग आपस में चर्चा करते हुए धीरे-धीरे टेंट में एकजुट होने लगे।
सुबह साढ़े नौ बजे
बार एसोसिएशन और स्वाभिमान ट्रस्ट के लोग अन्ना के समर्थन में और केंद्र सरकार के विरुद्घ नारा लगाना शुरू कर दिया। इस समय तक धरना स्थल पर महिलाएं भी जुट गईं। भाषणों और देशभक्ति गीतों का सिलसिला शुरू हो गया।
11 बजे
द्रोणाचार्य कॉलेज के छात्रों और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों का दल अन्ना के पक्ष में नारे लगाते हुए एक विशाल जनसमूह में द्रोणाचार्य कॉलेज, डाकखाना चौक, सदर बाजार, राजीव चौक रोड होते हुए मिनी सचिवालय पहुंचा। गर्मजोशी के साथ छात्र और वहां धरने पर बैठे लोग केंद्र सरकार के विरुद्घ नारेबाजी करने लगे। इस दौरान लोगों से लगातार शांति बनाए रखने और हिंसात्मक कार्य ना करने की अपील की जाने लगी।
11 बजकर 35 मिनट
इनेलो कार्यकर्ताओं का विशाल जनसैलाब हाथों में तिरंगा थामे मिनी सचिवालय पहुंचे। वहां पर पहले से बैठे लोगों ने इनेलो कार्यकर्ताओं का स्वागत किया।
12 बजे
सुबह साढ़े नौ बजे करीबन 100 आदमियों से शुरू हुआ धरना-प्रदर्शन में अब लोगों की संख्या करीबन डेढ़ हजार तक पहुंच गई। धीरे-धीरे अन्य जनसमूह शाम चार बजे तक मिनी सचिवालय पहुंचते रहे। देशभक्ति गीतों, भ्रष्टाचारियों के खिलाफ भाषण का सिलसिला शाम छह बजे तक जारी रहा और फिर यह धरना कैंडल मार्च में बदल गई।
बंद हुआ द्रोणाचार्य कॉलेज
कॉलेज के छात्रों ने सुबह नौ बजे कॉलेज आते ही पहले पूरे कॉलेज को बंद कराकर सभी युवाओं से अन्ना हजारे की मुहिम में आने की अपील की। उसके बाद जुलूस निकालते हुए मिनी सचिवालय पहुंच गए। प्रदर्शन का नेतृत्व एबीवीपी के अजीत सिंह गुलिया, प्रियव्रत कटारिया, कॉलेज प्रधान पंकज रोहिल्ला, अजेश कटारिया, संदीप कटारिया, अमर कटारिया, चंद्रेश कटारिया, अमित चौहान, विकास यादव कर रहे थे।
विरोध का नया तरीका
डाकखाना चौक से शुरू हुआ इनेलो के प्रदर्शन का तरीका अलग था। इनेलो कार्यकर्ताओं ने कांग्रेसी नेताओं के फोटो गधों पर सजाए हुए थे। इनेलो के विरोध प्रदर्शन को देखकर सदर बाजार में आए कुछ लोग भी जनसमूह में शामिल हो गए। यह जनसमूह भी मिनी सचिवालय पहुंचा। इसमें गोपीचंद गहलोत, अनिल राव, रमेश दहिया, कृष्ण यादव, सतबीर खटाना, सुशील सहरावत, सुरेंद्र ठाकरान, महेश चौहान, गजे सिंह कबलाना, एमआर शर्मा, दिनेश अग्रवाल, वैभव मल्होत्रा, सुनीता कटारिया आदि शामिल थे।
आईटीएम में भी अन्ना का समर्थन
आईटीएम में भी छात्रों ने अन्ना के पक्ष में जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों का समूह नारे लगाते हुए कॉलेज से अंसल प्लाजा मॉल तक और फिर वहां से कॉलेज तक वापस आया। प्रदर्शन में करीबन 300 छात्र शामिल थे।
source:-bhaskar.com
बुधवार सुबह नौ बजे शहर के विभिन्न हिस्सों से हाथों में तिरंगा लिए जनसमूह अन्ना के पक्ष में नारे लगाते हुए मिनी सचिवालय की तरफ कूच किया। और इसके बाद मिनी सचिवालय पर कुछ इस तरह परवान चढ़ा अन्ना अभियान।
सुबह नौ बजे
सुबह नौ बजे मिनी सचिवालय के बाहर स्वाभिमान ट्रस्ट, भाजपा, विश्व हिंदू परिषद, जिला बार एसोसिएशन द्वारा धरना स्थल बनाया गया। टेंट में माइक की व्यवस्था कर बैनर लगाए गए। कुछ झुंड में खड़े लोग आपस में चर्चा करते हुए धीरे-धीरे टेंट में एकजुट होने लगे।
सुबह साढ़े नौ बजे
बार एसोसिएशन और स्वाभिमान ट्रस्ट के लोग अन्ना के समर्थन में और केंद्र सरकार के विरुद्घ नारा लगाना शुरू कर दिया। इस समय तक धरना स्थल पर महिलाएं भी जुट गईं। भाषणों और देशभक्ति गीतों का सिलसिला शुरू हो गया।
11 बजे
द्रोणाचार्य कॉलेज के छात्रों और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों का दल अन्ना के पक्ष में नारे लगाते हुए एक विशाल जनसमूह में द्रोणाचार्य कॉलेज, डाकखाना चौक, सदर बाजार, राजीव चौक रोड होते हुए मिनी सचिवालय पहुंचा। गर्मजोशी के साथ छात्र और वहां धरने पर बैठे लोग केंद्र सरकार के विरुद्घ नारेबाजी करने लगे। इस दौरान लोगों से लगातार शांति बनाए रखने और हिंसात्मक कार्य ना करने की अपील की जाने लगी।
11 बजकर 35 मिनट
इनेलो कार्यकर्ताओं का विशाल जनसैलाब हाथों में तिरंगा थामे मिनी सचिवालय पहुंचे। वहां पर पहले से बैठे लोगों ने इनेलो कार्यकर्ताओं का स्वागत किया।
12 बजे
सुबह साढ़े नौ बजे करीबन 100 आदमियों से शुरू हुआ धरना-प्रदर्शन में अब लोगों की संख्या करीबन डेढ़ हजार तक पहुंच गई। धीरे-धीरे अन्य जनसमूह शाम चार बजे तक मिनी सचिवालय पहुंचते रहे। देशभक्ति गीतों, भ्रष्टाचारियों के खिलाफ भाषण का सिलसिला शाम छह बजे तक जारी रहा और फिर यह धरना कैंडल मार्च में बदल गई।
बंद हुआ द्रोणाचार्य कॉलेज
कॉलेज के छात्रों ने सुबह नौ बजे कॉलेज आते ही पहले पूरे कॉलेज को बंद कराकर सभी युवाओं से अन्ना हजारे की मुहिम में आने की अपील की। उसके बाद जुलूस निकालते हुए मिनी सचिवालय पहुंच गए। प्रदर्शन का नेतृत्व एबीवीपी के अजीत सिंह गुलिया, प्रियव्रत कटारिया, कॉलेज प्रधान पंकज रोहिल्ला, अजेश कटारिया, संदीप कटारिया, अमर कटारिया, चंद्रेश कटारिया, अमित चौहान, विकास यादव कर रहे थे।
विरोध का नया तरीका
डाकखाना चौक से शुरू हुआ इनेलो के प्रदर्शन का तरीका अलग था। इनेलो कार्यकर्ताओं ने कांग्रेसी नेताओं के फोटो गधों पर सजाए हुए थे। इनेलो के विरोध प्रदर्शन को देखकर सदर बाजार में आए कुछ लोग भी जनसमूह में शामिल हो गए। यह जनसमूह भी मिनी सचिवालय पहुंचा। इसमें गोपीचंद गहलोत, अनिल राव, रमेश दहिया, कृष्ण यादव, सतबीर खटाना, सुशील सहरावत, सुरेंद्र ठाकरान, महेश चौहान, गजे सिंह कबलाना, एमआर शर्मा, दिनेश अग्रवाल, वैभव मल्होत्रा, सुनीता कटारिया आदि शामिल थे।
आईटीएम में भी अन्ना का समर्थन
आईटीएम में भी छात्रों ने अन्ना के पक्ष में जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों का समूह नारे लगाते हुए कॉलेज से अंसल प्लाजा मॉल तक और फिर वहां से कॉलेज तक वापस आया। प्रदर्शन में करीबन 300 छात्र शामिल थे।
source:-bhaskar.com
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