कुरुक्षेत्र समय के साथ-साथ इंसान की निष्ठा कैसे बदलती है, इसका उदाहरण दानीपुर गांव के जसविंद्र हैं। यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी को कुलदेवी और सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कुलदेवता मानने वाले जसविंद्र ने अब इन दोनों के स्थान पर बाबा रामदेव का मंदिर बनाने की ठानी है। यही नहीं इसके लिए उन्होंने बीस बाई बीस फुट का मंदिर भी बनवा लिया है। बकौल जसविंद्र बाबा रामदेव आम आदमी की आवाज हैं। वे किसी से अन्याय नहीं करते बल्कि आम आदमी के साथ अन्याय हो रहा हो तो अन्याय खिलाफ आवाज बुलंद करते हैं, जबकि दूसरे ऐसे नहीं है। मैंने पहले अपनी आंखों पर गलत लोगों के नाम का चश्मा पहन लिया था, जिसके कारण मैं सोनिया गांधी व भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मूर्तियों को मंदिर में स्थापित किया और सुबह शाम उनकी पूजा की।
दीपावली पर जलाए दीएं और होली पर बिखेरा रंग :
दानीपुर के जसविंद्र ने यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी व हरियाणा के सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के लिए दीपावली के मौके पर दीएं भी जलाए और होली पर रंग भी बिखेरा। यही नहीं जसविंद्र के परिजन भी लगातार यहां पूजा करते रहे, हालांकि लोग उन पर हंसे भी, लेकिन उन्होंने कभी इसकी परवाह नहीं की।
29 अक्टूबर 2008 को उन्होंने भास्कर संवाददाता से कहा था कि वे मई 2009 में सोनिया और हुड्डा की प्रतिमा स्थापित करना चाहते हैं, वे अपने खेत में सोनिया गांधी की 51 फीट की प्रतिमा स्थापित करेंगे और इसका अनावरण भी सोनिया गांधी से ही कराएंगे। उस समय जसविंद्र ने कहा था कि जिन्हें हमने देखा नहीं जब हम उनकी पूजा कर सकते हैं तो फिर हम जीती जागती देवी देवता की पूजा अर्चना क्यों न करें।
इसलिए थी सोनिया व हुड्डा में आस्था
जसविंद्र की सोनिया गांधी और भूपेंद्र सिंह हुड्डा में इसलिए आस्था थी क्योंकि इन दोनों ने गरीब किसानों की जिंदगी बदल दी, उन्होंने कहा था कि मैं खुद एक किसान हूं, इसलिए मुझे पूरा भरोसा है कि वे मेरी भी जिंदगी बदल देंगे लेकिन ऐसा हो न सका।
इस तरह बदला मन :
कांग्रेस पर विरोधी खेमे की ओर से लग रहे भ्रष्टाचार के आरोप और बाबा रामदेव पर हमले के बाद जसविंद्र का मन बदल गया। बकौल जसविंद्र मैं, जिसकी पूजा करता हूं, उसके कार्यकाल में ऐसे कैसे हो सकता है, मेरा मन बाबा रामदेव पर हमले के बाद बिल्कुल ही बदल गया, कारण ये है कि मैं बाबा से सन 2002 से जुड़ा हूं और उन्होंने देश के लाखों लोगों को न केवल योग सिखाया बल्कि स्वस्थ रहने के तरीके भी बताए।
मैं निजी रूप से ये मानता हूं कि सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा अच्छे आदमी हैं लेकिन अब मेरी पटरी मेल नहीं खाएगी, इसलिए मैंने अब वहां से दोनों की मूर्तियां हटा दी हैं और उनके स्थान पर बाबा रामदेव का मंदिर बनाने जा रहा हूं।
source:-bhaskar.com
दीपावली पर जलाए दीएं और होली पर बिखेरा रंग :
दानीपुर के जसविंद्र ने यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी व हरियाणा के सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के लिए दीपावली के मौके पर दीएं भी जलाए और होली पर रंग भी बिखेरा। यही नहीं जसविंद्र के परिजन भी लगातार यहां पूजा करते रहे, हालांकि लोग उन पर हंसे भी, लेकिन उन्होंने कभी इसकी परवाह नहीं की।
29 अक्टूबर 2008 को उन्होंने भास्कर संवाददाता से कहा था कि वे मई 2009 में सोनिया और हुड्डा की प्रतिमा स्थापित करना चाहते हैं, वे अपने खेत में सोनिया गांधी की 51 फीट की प्रतिमा स्थापित करेंगे और इसका अनावरण भी सोनिया गांधी से ही कराएंगे। उस समय जसविंद्र ने कहा था कि जिन्हें हमने देखा नहीं जब हम उनकी पूजा कर सकते हैं तो फिर हम जीती जागती देवी देवता की पूजा अर्चना क्यों न करें।
इसलिए थी सोनिया व हुड्डा में आस्था
जसविंद्र की सोनिया गांधी और भूपेंद्र सिंह हुड्डा में इसलिए आस्था थी क्योंकि इन दोनों ने गरीब किसानों की जिंदगी बदल दी, उन्होंने कहा था कि मैं खुद एक किसान हूं, इसलिए मुझे पूरा भरोसा है कि वे मेरी भी जिंदगी बदल देंगे लेकिन ऐसा हो न सका।
इस तरह बदला मन :
कांग्रेस पर विरोधी खेमे की ओर से लग रहे भ्रष्टाचार के आरोप और बाबा रामदेव पर हमले के बाद जसविंद्र का मन बदल गया। बकौल जसविंद्र मैं, जिसकी पूजा करता हूं, उसके कार्यकाल में ऐसे कैसे हो सकता है, मेरा मन बाबा रामदेव पर हमले के बाद बिल्कुल ही बदल गया, कारण ये है कि मैं बाबा से सन 2002 से जुड़ा हूं और उन्होंने देश के लाखों लोगों को न केवल योग सिखाया बल्कि स्वस्थ रहने के तरीके भी बताए।
मैं निजी रूप से ये मानता हूं कि सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा अच्छे आदमी हैं लेकिन अब मेरी पटरी मेल नहीं खाएगी, इसलिए मैंने अब वहां से दोनों की मूर्तियां हटा दी हैं और उनके स्थान पर बाबा रामदेव का मंदिर बनाने जा रहा हूं।
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