शहजादपुर (अम्बाला). शहजादपुर एरिया में बड़ागढ़ गांव के पास सेना के जवानों का शिविर बेगना नदी में अचानक आए पानी के तेज बहाव की चपेट में आ गया और शिविर में सो रहे जवान पानी में बह गए।
हादसे का शिकार हुए जवानों में एक की मौत हो गई। बाकी जवान किसी तरह किनारे पहुंच कर जान बचाने में सफल रहे। मरने वाला जवान राजीव नैन डबराल (31) देहरादून का रहने वाला था।घटना मंगलवार रात की है।
ये जवान साल भर की ट्रेनिंग के बाद प्रैक्टिकल एक्सरसाइज के लिए इस इलाके में आए थे। उनका शिविर बेगना नदी के किनारे था। जवान दिन भर की एक्सरसाइज के बाद रात में शिविर में सो रहे थे। अचानक नदी में आए पानी के तेज बहाव की चपेट में उनका तंबू भी आ गया और सारे जवान बह गए।
पानी का बहाव इतना तेज था कि सेना की दो गाड़ियां भी पलटकर नदी की गाद में धंस गईं। बुधवार शाम तक सेना के जवान उन्हें निकालने के प्रयास में जुटे थे। हादसे में मौत का शिकार हुए जवान डबराल का शव सुबह नदी किनारे बनौंदी गांव के खेतों में मिला।
वह अम्बाला में स्थित एयर डिफेंस रेजी मेंट में तैनात था। हालांकि इस घटना के बारे में सेना की ओर से कोई अधिकारिक जानकारी नहीं दी गई।
चेताया था ग्रामीणों ने:
बड़ागढ़ के धर्मपाल, दीपा, काला व बिट्टू ने बताया कि दो दिन पहले सेना के कुछ जवान अभ्यास के लिए गांव में एरिया देखने आए थे। जवानों को उसी समय चेताया था कि बेगना नदी में अचानक पानी आ जाता है, लेकिन उनकी बात पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।
मंगलवार शाम सेना के अधिकारियों ने जवानों को नदी के किनारे जिस जगह पड़ाव डालने के आदेश दिए, वह एक तरह से ‘डेंजर जोन’ है। रात करीब तीन बजे पहाड़ों पर हुई तेज बारिश से बेगना नदी में उफान आ गया और तंबुओं में सो रहे सेना के जवानों को संभलने का मौका तक नहीं मिला।
रेकी कर चुनी जाती है साइट:
रिटायर्ड कर्नल जेएस विर्क के अनुसार, किसी भी यूनिट में सालभर की ट्रेनिंग के बाद प्रेक्टिकल के लिए इस तरह की एक्सरसाइज किया जाना सामान्य बात है।
एक्सरसाइज पर जाने से पहले सेना उस जगह की रेकी करती है। बड़ागढ़ के लोगों के चेताने के बावजूद रेकी करने आए सेना के जवानों ने साइट के लिए बेगना को ही चुना था तो जरूर इसकी कोई न कोई जायज वजह रही होगी।
source:-bhaskar.com
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