पंचकूला. प्रदेश सरकार कुरुक्षेत्र जिले में स्थित विख्यात पिहोवा तीर्थ के सरस्वती सरोवर के पानी को स्वच्छ रखने के लिए फिल्ट्रेशन प्लांट लगाने जा रही है। इसके लिए 67.5 लाख रुपए मंजूर किए गए हैं।
हालांकि सरोवर के साइज व उसके पानी की मात्रा को देखते हुए कम से कम तीन फिल्ट्रेशन प्लांट लगने चाहिए, लेकिन अभी पायलट प्रोजेक्ट के तहत राज्य के वाटर सप्लाई व सीवेज बोर्ड ने 50 हजार लीटर प्रति घंटा क्षमता का एक प्लांट लगाने की मंजूरी दी है। यह प्लांट डाइनासैंड फिल्टर तकनीक पर आधारित होगा।
यह तकनीक नई है,जो री सर्कुलेशन के जरिये पानी की सफाई करती है। इसी तकनीक का एक प्लांट अभी पंजाब के पठानकोट में चल रहा है। पब्लिक हेल्थ विभाग ने पिहोवा में प्लांट लगाने की प्रक्रिया शुरु कर दी हैं। उम्मीद है कि प्लांट इसी साल अंत तक काम करना शुरू कर देगा। प्रदेश में अपनी तरह का यह पहला फिल्ट्रेशन प्लांट होगा। सरस्वती सरोवर करीब 100 मीटर लंबा और इतना ही चौड़ा है। इसमें पानी भरने के लिए सरकार ने आठ ट्यूबवेल तो लगा ही रखे हैं साथ ही भाखड़ा माइनर नहर से भी पानी लिया जाता है।
चैत्र की चतुर्दशी पर लगता है मेला
पिहोवा तीर्थ पर हर साल चैत्र की चतुर्दशी पर बड़ा मेला लगता है। इस मेले में विभिन्न राज्यों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं और अपने दिवंगत परिजनों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना व पूजा आदि के बाद सरस्वती सरोवर में डुबकी लगाते हैं। यूं भी मृतकों के पिंड दान आदि कराने के लिए हर रोज दर्जनों परिवार पिहोवा तीर्थ आते हैं और सरोवर में डुबकी लगाते हैं।
यूं गंदा हो रहा है पानी
सरोवर का पानी लोगों के नहाने व लगातार खड़ा रहने के कारण तो गंदा होता ही है, कई लोग नहाने के बाद कपड़े भी धो लेते हैं। इसके अलावा लोग पूजा पाठ व रीति रिवाज पूरे करने के लिए सरोवर में कई प्रकार की चीजें भी डालते हैं
source:bhaskar.com
0 comments:
Post a Comment