Monday 4 July 2011

जेल में बैठे ही गैंग ने तैयार की रणनीति

हिसार. बाइकर्स गैंग फायरिंग केस की एक के बाद एक गुत्थी सुलझती हुई नजर आ रही है। जेल में सट्टा खाइवाल की हत्या के मामले में सजा काट रहा शमशेर फायरिंग गैंग का सरगना है और उसके इशारे पर ही सभी वारदातों को अंजाम दिया गया है।

सात जून को शमशेर पैरोल पर आया था और 22 जून तक उसने पूरी योजना बना ली थी। उसने अपने साथियों को उसका इशारा मिलने तक शांत रहने के लिए कहा गया था। 23 जून को शमशेर पैरोल से वापस जेल गया था। जेल से ही शुरू हुआ दहशत फैला कर पैसे ऐंठने का सिलसिला।

तीन को प्रोडक्शन वारंट

पुलिस जेल में बंद शमशेर के अलावा केशू उर्फ मुकेश, मनोज बिश्नोई को प्रोडक्शन वारंट पर लाई। पुलिस ने रविवार को पकड़े गए अविनाश के साथ शमशेर, केशू और मनोज बिश्नोई को सोमवार को न्यायिक दंडाधिकारी सुनीता गुप्ता अदालत में पेश किया। यहां से उन्हें चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। पुलिस ने सात दिन का रिमांड मांगा था, मगर चार दिन का ही मिल पाया।

एक ही गैंग के सभी

शहर पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट पर लाए शमशेर, केशू और मनोज कोर्ट चौकी में एक घंटे पूछताछ की। पूछताछ में सामने आया कि शमशेर ने ही योजना बनाई थी। वारदातों को अंजाम देने के लिए पांच लोग शामिल थे। इन्होंने शुक्रवार को डोगरान मोहल्ला और शनिवार को पटेल नगर, राजगुरु मार्केट इलाके में फायरिंग कर दहशत फैलाई थी। हमलावरों का इरादा इन वारदातों के बाद अन्य वारदातों को भी अंजाम देना था। शमशेर को विश्वास था कि जिन लोगों के घर धमकी भरी पर्ची फेंकी है, वे लोग डर के मारे पुलिस को नहीं बताएंगे।

रविवार को शहर पुलिस ने बाइकर्स गैंग की फायरिंग के मामले में तेलियान पुल के अविनाश को काबू किया था। पूछताछ के दौरान अविनाश ने दो नामों का और खुलासा किया। उसने बताया कि शुक्रवार रात को डोगरान मोहल्ला में लस्सी वाले को गोली मारने की घटना में राजकुमार उर्फ फौजी और सन्नी शामिल थे। इन दोनों ने ही घटना को अंजाम दिया था।

असला करना है बरामद 

शहर पुलिस रिमांड के दौरान अविनाश, शमशेर, केशू और मनोज बिश्नोई ने वारदातों में इस्तेमाल किए गए हथियारों की बरामदगी करेगी। पूछताछ के दौरान अविनाश ने बताया कि उसने 32 बोर का एक पिस्तौल दोस्त राजू के पास अजमेर में छिपा रखा है और दूसरा 315 बोर का मेहंदीपुर में बलवान के पास रखा है। एक घंटे तफ्तीश के दौरान शमशेर ने बताया कि 12 बोर का एक पिस्तौल राजस्थान के पाली गांव में छिपाया है और दूसरा 312 बोर का राजस्थान के हिलवाड़ा मे राजेंद्र के पास रखा हुआ है।

तीनों पर हत्या के केस

शमशेर, मनोज बिश्नोई और केशव तीनों केंद्रीय कारागार में अलग अलग हत्या के मामले में उम्र कैद का सजा काट रहे हैं। सरगना शमशेर उर्फ लालू ने सैनियान मोहल्ला के बंसी लाल की हत्या की थी। वह उसी मामले में 17 जनवरी 2008 से उम्र कैद की सजा काट रहा है। मनोज बिश्नोई ऋषि नगर के भजनलाल बिश्नोई की हत्या के आरोप में 2000 से जेल में बंद है और केशू शिवनगर के राकेश बड़ भुजा के हत्या के आरोप में 31 अगस्त 2010 से उम्र कैद की सजा काट रहा है।

source:-bhaskar.com

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