हिसार. लघु सचिवालय परिसर में पिछले नौ दिन से आमरण अनशन पर बैठे मिर्चपुर गांव के चारों अनशनकारियों की शनिवार देर रात तबीयत बिगड़ गई। रविवार सुबह चिकित्सकों की एक टीम ने उनकी स्वास्थ्य जांच की और फिर उन्हें सिविल अस्पताल में दाखिल करा दिया। उनका अनशन अभी जारी है।
13 जून को लघु सचिवालय में पांच गांवों के ग्रामीणों ने वेदपाल तंवर के नेतृत्व में निषेधाज्ञा का उल्लंघन कर अधिकारियों के घेराव की कोशिश की थी। पुलिस ने उन्हें खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज किया था, जिसमें कई ग्रामीणों और पुलिस कर्मियों को चोटें आई थीं। लाठीचार्ज में घायल संतोष देवी की एक सप्ताह बाद मौत हो गई थी।
तंवर की रिहाई और लाठीचार्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मिर्चपुर के रमेश कुमार, ओमप्रकाश, सूरजमल और बिशनाराम आमरण अनशन पर बैठ गए थे। शनिवार रात रमेश की तबीयत ज्यादा खराब हो गई। उसे उल्टी शुरू हो गई। बाकी तीनों को भी उल्टियां आ रही थीं। यह सूचना मिलने पर सिविल अस्पताल के डॉ. नरेश सत्संगी के साथ स्वास्थ्य विभाग की एक टीम अनशन स्थल पर पहुंची। चेकअप के बाद डॉक्टर ने चारों अनशनकारियों को अस्पताल भेज दिया।अनशनकारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, अनशन जारी रहेगा।
कई दिनों से खाना न खाने के कारण उनके स्वास्थ्य में गिरावट आई है। अनशन से उनके शरीर में कमजोरी आ गई है, जिससे उन्हें चक्कर आ रहे थे। हालांकि उनका रक्त चाप सामान्य है। बाकी रिपोर्ट भी सही है। चारों का उपचार शुरू कर दिया गया है।
डॉ. नरेश सत्संगी, सिविल अस्पताल, हिसार
source:-bhaskar.com
13 जून को लघु सचिवालय में पांच गांवों के ग्रामीणों ने वेदपाल तंवर के नेतृत्व में निषेधाज्ञा का उल्लंघन कर अधिकारियों के घेराव की कोशिश की थी। पुलिस ने उन्हें खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज किया था, जिसमें कई ग्रामीणों और पुलिस कर्मियों को चोटें आई थीं। लाठीचार्ज में घायल संतोष देवी की एक सप्ताह बाद मौत हो गई थी।
तंवर की रिहाई और लाठीचार्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मिर्चपुर के रमेश कुमार, ओमप्रकाश, सूरजमल और बिशनाराम आमरण अनशन पर बैठ गए थे। शनिवार रात रमेश की तबीयत ज्यादा खराब हो गई। उसे उल्टी शुरू हो गई। बाकी तीनों को भी उल्टियां आ रही थीं। यह सूचना मिलने पर सिविल अस्पताल के डॉ. नरेश सत्संगी के साथ स्वास्थ्य विभाग की एक टीम अनशन स्थल पर पहुंची। चेकअप के बाद डॉक्टर ने चारों अनशनकारियों को अस्पताल भेज दिया।अनशनकारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, अनशन जारी रहेगा।
कई दिनों से खाना न खाने के कारण उनके स्वास्थ्य में गिरावट आई है। अनशन से उनके शरीर में कमजोरी आ गई है, जिससे उन्हें चक्कर आ रहे थे। हालांकि उनका रक्त चाप सामान्य है। बाकी रिपोर्ट भी सही है। चारों का उपचार शुरू कर दिया गया है।
डॉ. नरेश सत्संगी, सिविल अस्पताल, हिसार
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