Thursday 30 June 2011

डीजल की ‘आग’ से झुलसी घर-घर की रसोई

बल्लभगढ़. डीजल के मूल्यों में इजाफे का असर अब धीरे-धीरे खाद्य पदार्थो पर दिखाई देने लगा है। सब्जियों व फलों के थोक और खुदरा भाव में भी तेजी आई है।

बढ़ती महंगाई से गरीबों के लिए दाल-रोटी जुटाना अब और मुश्किल हो जाएगा। थोक से लेकर खुदरा बाजारों तक वस्तुओं की ढुलाई पेट्रोल व डीजल से चलने वाले वाहनों से होती है। डीजल के मूल्यों में बढ़ोतरी से एक सप्ताह के भीतर ही महंगाई बढ़ने के संकेत मिलने लगे हैं।

फलों के दामों में हुई बढ़ोतरी

फलों के दामों में पिछले एक सप्ताह से भारी वृद्धि देखने को मिल रही है। केले के दाम 20 रुपए से बढ़कर 30 रुपए प्रति दर्जन हो गए हैं। सेब का भाव 110 रुपए से बढ़कर 140 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गया है। पपीता का भाव 15 रुपए से बढ़कर 30 रुपए प्रति किलो हो गया है। आम के दाम में भी 10 रुपए प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई है। दशहरी आम की कीमत 20 रुपए से बढ़कर 30 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गई है।

सब्जियों के दाम भी बढ़े

आसमान छूती सब्जियों के दामों ने गृहणियों की रसोई का बजट बिगाड़ कर रख दिया है। सब्जी मंडी में प्याज के भाव में 3 रुपए प्रति किलो की वृद्धि हुई है। प्याज इस समय 12 रुपए से बढ़कर 15 रुपए किलो बिक रहा है। आलू के भाव में 2 रुपए किलो का इजाफा हुआ है। रिटेल मंडी में आलू 10 से 15 रुपए किलो में बेचा जा रहा है। सबसे ज्यादा टमाटर के भावों में बढ़ोतरी हुई है।

टमाटर का भाव 28 रुपए से बढ़कर 40 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गया है। वहीं खीरा 10 रुपए से बढ़कर 12 रुपए किलो पर पहुंच गया है। हरी मिर्च 40 रुपए से बढ़कर 45 रुपए किलो पर पहुंच गई हैं। हालांकि हरी सब्जियों पर पेट्रोल-डीजल के मूल्य में वृद्धि का अभी कोई खास असर नहीं हो रहा है।

क्या कहते हैं फल व सब्जी विक्रेता

बल्लभगढ़ मंडी में फलों के आढ़ती एमआर अरोड़ा ने बताया कि बल्लभगढ़ में अधिकांश फल दिल्ली आजादपुर मंडी से ही आते हैं। डीजल के रेट बढ़ने पर फलों के दामों में वृद्धि होना लाजिमी है। आढ़ती राकेश कुमार का कहना है कि फलों की आवक में कमी के कारण भी इनके रेटों में बढ़ोतरी हुई है।

सब्जी मंडी के प्रधान धर्मपाल यादव का कहना है कि डीजल के मूल्य में तेजी का असर सब्जियों पर पड़ रहा है क्योंकि ज्यादातर सब्जियां ग्रामीण क्षेत्रों से ट्रक, पिकअप व ऑटो आदि में आती हैं। उनका कहना है कि कुछ सब्जियों के उत्पादन में कमी के चलते भी इनके दामों में वृद्धि हुई है। उनका कहना है कि सरकार को डीजल के दामों को कम करना चाहिए ताकि आम आदमी को कम से कम दो वक्त की रोटी आराम से मिल सके।

source:-bhaskar.com

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